Sunday 7 February 2016

ई-बुक में बदला किताब का स्वरूप

आज के तेजी से बदलते संचार क्रांति के युग में किताबों का स्वरूप बदल गया है। किताबों की जगह लेने के लिए बाजार में बहुत सी चीजें आ गई हैं जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि किताबों का स्वरूप भी बदल गया है। इसमें सीडी, डीवीडी, ई-बुक, और इसी किस्म की बहुत सी चीजें शामिल हैं। इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि किताबों की प्रासंगिकता खत्म हो गई है। किताब का स्वरूप बदला है उसके हिसाब से उसका पाठ
क वर्ग भी तेजी से बढ़ा है। अगर हम ई-बुक की बात करें तो आज की युवा पीढ़ी अपनी सुविधा के अनुसार किताब को खरीद (buy books online) रहा है और मोबाइल पर पढ़ रहा है। इसके कई कारण है, किताब का सस्ता होना, असानी से उपलब्ध होना और जब मन करे तब पढ़ने वाली बात होना। यहीं सब कारण है कि आज तेजी से ई-बुक (ebooks) का चलन बढ़ रहा है। इस क्रेज को देखते हुए ई कमर्स कंपनियां भी इसको भुनाने में लगी है। अगर आज आप कंप्यूटर खोलते हैं और बाई बुक आनलाइन (buy books online) टाइप करते हैं तो आपको योरबुकस्टाल (yourbookstall.com) सहित तमाम ऐसे साइटे उपलब्ध होंगी जो आपके लिए फिजिकल बुक के साथ ई-बुक, सीडी, डीवीडी आदि उपलब्ध कराती है। अगर आप किताब पढ़ने में रुचि रखते है तो आनलाइन बुक स्टोर (online bookstore) आपके लिए बेहतर आप्शन हो सकता है।

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