किसी भी मानुष्य के जीवन में किताब वह शस्त्र होता है जिसे वह अपने जीवन में उतारकर अपने जीवन को सफल बना सकता है। चाहे वह आर्थिक रूप से अपने आपको सफल बनाए या आध्यातिमक रूप से उसके लिए शास्त्र (किताब) को शस्त्र के रूप में उपयोग कर सकता है। वैसे किताबें हमेशा से ही आगे बढ़ने में मदद करती हैं, गाइड करती हैं और हमें रास्ता भी दिखाती हैं। यहां तक कि अच्छा इंसान बनने में भी किताबों की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आज हम कुछ ऐसी ही किताबों के बारे में बताएंगे जो आपको आर्थिक रूप से सफल बना सकते हैं। इन्हें लिखने वाले भी बिजनेस और टेक वर्ल्ड के वो लोग हैं, जिन्होंने अपने संघर्ष से उबरकर सफलता के नए पायदान तय किए। यह सभी किताबें किसी भी आॅनलाइन बुक्सस्टोर ( online bookstore ) पर असानी से उपलब्ध है, जहां से आप इसे खरीद (buy books online) सकते हैं।
कैपिटल इन द ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी (capital in the twenty-first century)
 लेखक :- थॉमस पिकेटी
लेखक :- थॉमस पिकेटी
लेखक थॉमस पिकेटी की बुक ‘कैपिटल इन द ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी’ बेस्ट सेलर रही है। अपनी सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली पुस्तक में थॉमस पिकेटी ने तर्क दिया कि अर्थव्यवस्था में कुछ अनुचित बिजनस प्रैक्टिस जैसे ग्रोथ बढ़ाने के लिए पूंजी पर रिटर्न देने जैसे रुझान से असमानता की खाई गहरी होती जाती है। इससे असंतोष पैदा होने का खतरा बना रहता है और लोकतांत्रिक मूल्यों में गिरावट आती है। बिजनस से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर उन्होंने इस पुस्तक के माध्यम से प्रकाश डाला है। यह किताब 2013 में फ्रेंच भाषा में प्रकाशित हुई। 2014 में यह न्यूयॉर्क टाइम्स की सूची में सर्वाधिक बिकने वाली अंग्रेजी संस्करण की किताब बनीं। जनवरी 2015 तक यह किताब फ्रेंच, अंग्रेजी, जर्मन में 1.5 लाख से अधिक प्रतियां बेच दिया था।
गर्लबॉस (GirlBoss)
लेखक :- सोफिया ऐमोरूजो
 गर्लबॉस एक ऐसी लड़की की संघर्ष और अतिमहत्वकांक्षा की हकीकत है जो आज एक कंपनी की फाउंडर और 100 मीलियन डॉलर से अधिक संपत्ति की मालकीन हैं। हम बात कर रहे हैं गर्लबॉस की लेखिका और नास्टी गल की फाउंडर सोफिया ऐमोरूजो की। सोफिया ऐमोरूजो ने गर्लबॉस में आंशिक रूप से इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि किस तरह से उसने अपनी कंपनी शुरू की और उसे बढ़ाया। इसमें एक सफल उद्यमी बनाने के हर तरीके पर प्रकाश डाला है। जब सोफिया 17 साल की थी तब उस नरक से निकलकर यह मुकाम हासिल किया। आज वह 29 की हो गई हैं और कई लोगों की प्रेरणा स्रोत भी हैं।
गर्लबॉस एक ऐसी लड़की की संघर्ष और अतिमहत्वकांक्षा की हकीकत है जो आज एक कंपनी की फाउंडर और 100 मीलियन डॉलर से अधिक संपत्ति की मालकीन हैं। हम बात कर रहे हैं गर्लबॉस की लेखिका और नास्टी गल की फाउंडर सोफिया ऐमोरूजो की। सोफिया ऐमोरूजो ने गर्लबॉस में आंशिक रूप से इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि किस तरह से उसने अपनी कंपनी शुरू की और उसे बढ़ाया। इसमें एक सफल उद्यमी बनाने के हर तरीके पर प्रकाश डाला है। जब सोफिया 17 साल की थी तब उस नरक से निकलकर यह मुकाम हासिल किया। आज वह 29 की हो गई हैं और कई लोगों की प्रेरणा स्रोत भी हैं।
फिअरलेस जीनियस: द डिजिटल रिवॉल्यूशन इन सिलिकन वैली
(Fearless Genius: The Digital Revolution in Silicon Valley )
 लेखक : डॉउग मैनज
लेखक : डॉउग मैनज
इस पुस्तक में टेक की दुनिया के बड़े नाम जैसे स्टीव जॉब्स, बिल गेट्स और जॉन डोएर आदि की जीवन यात्रा का उल्लेख मिलता है। यह पुस्तक टेक आंत्रप्रन्योर या इन्वेस्टर बनने के इच्छुक लोगों के लिए काफी फायदेमंद है। यह वह किताब है जो सिलकन वैली के 17 निर्माताओं की संघर्ष और जुझने की कहानी है। इस किताब में जिन लोगों की जीवन यात्रा को शामिल किया गया है वह आज विश्व अर्थव्यवस्था के बेताज बादशाह हैं। उनकी वह कहानी इस किताब में जिसमें कैसे इन लोगों निराशा से भरे जीवन से खुद को उबारा और डूबने की कगार पर खड़ी कंपनी को आज खरबों का बना दिया।
क्रिऐटिविटी इंक (Creative Inc)
लेखक :- एमी वैलेस एवं एड कैटमल
 क्रिऐटिविटी इंक ऐसी पुस्तक है जिसे हर मैनेजरों को पढ़ना चाहिए। इस पुस्तक में बताया गया है कि आप किस तरह से अपनी टीम को नई बुलंदी तक ले जाने में मदद करेंगे और क्वॉलिटी वर्क करेंगे। यह किताब एक ऐसे मैनेजर की है जो अपने कर्मचारियों से अधिक से अधिक काम लेने का इच्छुक है और वह इसके लिए क्या-क्या करता है। इसके लिए वह कर्मचारियों को ट्रिप पर ले जाता है, फिल्म दिखाता है, उन्हीं से आइडिया लेता और कंपनी को ऊंचाई पर ले जाता है।
क्रिऐटिविटी इंक ऐसी पुस्तक है जिसे हर मैनेजरों को पढ़ना चाहिए। इस पुस्तक में बताया गया है कि आप किस तरह से अपनी टीम को नई बुलंदी तक ले जाने में मदद करेंगे और क्वॉलिटी वर्क करेंगे। यह किताब एक ऐसे मैनेजर की है जो अपने कर्मचारियों से अधिक से अधिक काम लेने का इच्छुक है और वह इसके लिए क्या-क्या करता है। इसके लिए वह कर्मचारियों को ट्रिप पर ले जाता है, फिल्म दिखाता है, उन्हीं से आइडिया लेता और कंपनी को ऊंचाई पर ले जाता है।
हाऊ गूगल वर्क्स (How Google Work)
लेखक : एरिक, जॉनथान रोजनबर्ग एवं एलन ईगल
 आज गूगल जिस ऊंचाई पर शायद कभी गूगल के फाउंडर और सीईओ ने सोचा होगा। हाऊ गूगल वर्क्स किताब में गूगल के ऐग्जिक्युटिव चेयरमैन और पूर्व सीईओ एरिक शिम्ट एवं प्रॉडक्ट्स के पूर्व एसवीपी जानथन रोजनबर्ग ने इस बात का उल्लेख किया है कि उनको गूगल को बनाने में किस चीज की सीख मिली। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि टेक्नॉलजी ने किस तरह से पावर बैलेंस को शिफ्ट किया है और इस परिवर्तन के अनुसार खुद को कोई व्यक्ति कैसे ढाल सकते हैं। इस किताब में दोनों के उन दिनों की कहानी है जब गूगल गूगल नहीं था। गूगल को यहां तक लाने में दिन रात की मेहनत क्रिएटीविटी और तकनीक मैनेजमेंट का कैसे प्रयोग किया, इस किताब में इसका उल्लेख है।
आज गूगल जिस ऊंचाई पर शायद कभी गूगल के फाउंडर और सीईओ ने सोचा होगा। हाऊ गूगल वर्क्स किताब में गूगल के ऐग्जिक्युटिव चेयरमैन और पूर्व सीईओ एरिक शिम्ट एवं प्रॉडक्ट्स के पूर्व एसवीपी जानथन रोजनबर्ग ने इस बात का उल्लेख किया है कि उनको गूगल को बनाने में किस चीज की सीख मिली। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि टेक्नॉलजी ने किस तरह से पावर बैलेंस को शिफ्ट किया है और इस परिवर्तन के अनुसार खुद को कोई व्यक्ति कैसे ढाल सकते हैं। इस किताब में दोनों के उन दिनों की कहानी है जब गूगल गूगल नहीं था। गूगल को यहां तक लाने में दिन रात की मेहनत क्रिएटीविटी और तकनीक मैनेजमेंट का कैसे प्रयोग किया, इस किताब में इसका उल्लेख है।
कैपिटल इन द ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी (capital in the twenty-first century)
 लेखक :- थॉमस पिकेटी
लेखक :- थॉमस पिकेटीलेखक थॉमस पिकेटी की बुक ‘कैपिटल इन द ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी’ बेस्ट सेलर रही है। अपनी सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली पुस्तक में थॉमस पिकेटी ने तर्क दिया कि अर्थव्यवस्था में कुछ अनुचित बिजनस प्रैक्टिस जैसे ग्रोथ बढ़ाने के लिए पूंजी पर रिटर्न देने जैसे रुझान से असमानता की खाई गहरी होती जाती है। इससे असंतोष पैदा होने का खतरा बना रहता है और लोकतांत्रिक मूल्यों में गिरावट आती है। बिजनस से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर उन्होंने इस पुस्तक के माध्यम से प्रकाश डाला है। यह किताब 2013 में फ्रेंच भाषा में प्रकाशित हुई। 2014 में यह न्यूयॉर्क टाइम्स की सूची में सर्वाधिक बिकने वाली अंग्रेजी संस्करण की किताब बनीं। जनवरी 2015 तक यह किताब फ्रेंच, अंग्रेजी, जर्मन में 1.5 लाख से अधिक प्रतियां बेच दिया था।
गर्लबॉस (GirlBoss)
लेखक :- सोफिया ऐमोरूजो
 गर्लबॉस एक ऐसी लड़की की संघर्ष और अतिमहत्वकांक्षा की हकीकत है जो आज एक कंपनी की फाउंडर और 100 मीलियन डॉलर से अधिक संपत्ति की मालकीन हैं। हम बात कर रहे हैं गर्लबॉस की लेखिका और नास्टी गल की फाउंडर सोफिया ऐमोरूजो की। सोफिया ऐमोरूजो ने गर्लबॉस में आंशिक रूप से इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि किस तरह से उसने अपनी कंपनी शुरू की और उसे बढ़ाया। इसमें एक सफल उद्यमी बनाने के हर तरीके पर प्रकाश डाला है। जब सोफिया 17 साल की थी तब उस नरक से निकलकर यह मुकाम हासिल किया। आज वह 29 की हो गई हैं और कई लोगों की प्रेरणा स्रोत भी हैं।
गर्लबॉस एक ऐसी लड़की की संघर्ष और अतिमहत्वकांक्षा की हकीकत है जो आज एक कंपनी की फाउंडर और 100 मीलियन डॉलर से अधिक संपत्ति की मालकीन हैं। हम बात कर रहे हैं गर्लबॉस की लेखिका और नास्टी गल की फाउंडर सोफिया ऐमोरूजो की। सोफिया ऐमोरूजो ने गर्लबॉस में आंशिक रूप से इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि किस तरह से उसने अपनी कंपनी शुरू की और उसे बढ़ाया। इसमें एक सफल उद्यमी बनाने के हर तरीके पर प्रकाश डाला है। जब सोफिया 17 साल की थी तब उस नरक से निकलकर यह मुकाम हासिल किया। आज वह 29 की हो गई हैं और कई लोगों की प्रेरणा स्रोत भी हैं।फिअरलेस जीनियस: द डिजिटल रिवॉल्यूशन इन सिलिकन वैली
(Fearless Genius: The Digital Revolution in Silicon Valley )
 लेखक : डॉउग मैनज
लेखक : डॉउग मैनजइस पुस्तक में टेक की दुनिया के बड़े नाम जैसे स्टीव जॉब्स, बिल गेट्स और जॉन डोएर आदि की जीवन यात्रा का उल्लेख मिलता है। यह पुस्तक टेक आंत्रप्रन्योर या इन्वेस्टर बनने के इच्छुक लोगों के लिए काफी फायदेमंद है। यह वह किताब है जो सिलकन वैली के 17 निर्माताओं की संघर्ष और जुझने की कहानी है। इस किताब में जिन लोगों की जीवन यात्रा को शामिल किया गया है वह आज विश्व अर्थव्यवस्था के बेताज बादशाह हैं। उनकी वह कहानी इस किताब में जिसमें कैसे इन लोगों निराशा से भरे जीवन से खुद को उबारा और डूबने की कगार पर खड़ी कंपनी को आज खरबों का बना दिया।
क्रिऐटिविटी इंक (Creative Inc)
लेखक :- एमी वैलेस एवं एड कैटमल
 क्रिऐटिविटी इंक ऐसी पुस्तक है जिसे हर मैनेजरों को पढ़ना चाहिए। इस पुस्तक में बताया गया है कि आप किस तरह से अपनी टीम को नई बुलंदी तक ले जाने में मदद करेंगे और क्वॉलिटी वर्क करेंगे। यह किताब एक ऐसे मैनेजर की है जो अपने कर्मचारियों से अधिक से अधिक काम लेने का इच्छुक है और वह इसके लिए क्या-क्या करता है। इसके लिए वह कर्मचारियों को ट्रिप पर ले जाता है, फिल्म दिखाता है, उन्हीं से आइडिया लेता और कंपनी को ऊंचाई पर ले जाता है।
क्रिऐटिविटी इंक ऐसी पुस्तक है जिसे हर मैनेजरों को पढ़ना चाहिए। इस पुस्तक में बताया गया है कि आप किस तरह से अपनी टीम को नई बुलंदी तक ले जाने में मदद करेंगे और क्वॉलिटी वर्क करेंगे। यह किताब एक ऐसे मैनेजर की है जो अपने कर्मचारियों से अधिक से अधिक काम लेने का इच्छुक है और वह इसके लिए क्या-क्या करता है। इसके लिए वह कर्मचारियों को ट्रिप पर ले जाता है, फिल्म दिखाता है, उन्हीं से आइडिया लेता और कंपनी को ऊंचाई पर ले जाता है।हाऊ गूगल वर्क्स (How Google Work)
लेखक : एरिक, जॉनथान रोजनबर्ग एवं एलन ईगल
 आज गूगल जिस ऊंचाई पर शायद कभी गूगल के फाउंडर और सीईओ ने सोचा होगा। हाऊ गूगल वर्क्स किताब में गूगल के ऐग्जिक्युटिव चेयरमैन और पूर्व सीईओ एरिक शिम्ट एवं प्रॉडक्ट्स के पूर्व एसवीपी जानथन रोजनबर्ग ने इस बात का उल्लेख किया है कि उनको गूगल को बनाने में किस चीज की सीख मिली। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि टेक्नॉलजी ने किस तरह से पावर बैलेंस को शिफ्ट किया है और इस परिवर्तन के अनुसार खुद को कोई व्यक्ति कैसे ढाल सकते हैं। इस किताब में दोनों के उन दिनों की कहानी है जब गूगल गूगल नहीं था। गूगल को यहां तक लाने में दिन रात की मेहनत क्रिएटीविटी और तकनीक मैनेजमेंट का कैसे प्रयोग किया, इस किताब में इसका उल्लेख है।
आज गूगल जिस ऊंचाई पर शायद कभी गूगल के फाउंडर और सीईओ ने सोचा होगा। हाऊ गूगल वर्क्स किताब में गूगल के ऐग्जिक्युटिव चेयरमैन और पूर्व सीईओ एरिक शिम्ट एवं प्रॉडक्ट्स के पूर्व एसवीपी जानथन रोजनबर्ग ने इस बात का उल्लेख किया है कि उनको गूगल को बनाने में किस चीज की सीख मिली। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि टेक्नॉलजी ने किस तरह से पावर बैलेंस को शिफ्ट किया है और इस परिवर्तन के अनुसार खुद को कोई व्यक्ति कैसे ढाल सकते हैं। इस किताब में दोनों के उन दिनों की कहानी है जब गूगल गूगल नहीं था। गूगल को यहां तक लाने में दिन रात की मेहनत क्रिएटीविटी और तकनीक मैनेजमेंट का कैसे प्रयोग किया, इस किताब में इसका उल्लेख है।









